त्योहारों पर Milk Adulteration से सावधान! ऐसे होती है मिलावट

Anil Jangid
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त्योहारों पर Milk Adulteration का खतरा बढ़ जाता है जिससें लोगों की सेहत बिगड़ जाती है। त्योहारों पर बड़े पैमाने पर बनी मिठाई मार्केट्स सजती है, लेकिन इसमें लालची लोग दूध में मिलावट करके और मिठाई में मिलावट करके उसको बेचते हैं। ऐसा करने से लोगों के स्वास्थ्य खराब हो जाता है। मिलावटी दूध के कारण लोगों को किडनी, लीवर संबंधित बीमारियां हो जाती है। लेकिन अब यही दूध जहर बनकर सामने आ रहा है। लोग दूध में डिटर्जेंट, पानी, और सिंथेटिक स्टार्च समेत कई ऐसी चीजें मिलाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक साबित होती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि ये खेल कैसे होता है और इससे कैसे बच सकते हैं।

दूध में ये चीजें मिलाई जाती है Milk Adulteration

दूध में पानी मिलाना आम बात है, लेकिन दूध में पानी की मिलावट जांच के लिए आप मार्केट से लैक्टोमीटर खरीद सकते हैं। लेकिन अब मार्केट में सिंथेटिक दूध भी आ चुका है। सिंथेटिक दूध बनाने के लिए यूरिया और डिटर्जेंट पाउडर तथा रिफाइंड तेल और स्टार्च ​मिलाए जाते हैं। इस सिंथेटिक दूध को असली दूध में मिलाया जाता है। दिखने में यह बिल्कुल असली दूध की तरह लगता है। इतना ही नहीं बल्कि सिंथेटिक पनीर व मावा भी बनाया जाता है। इनकी सप्लाई त्योहारों के मौके पर की जाती है। जबकि, दूध की अम्लता यानि खट्टापन छिपाने के लिए न्यूट्रालाइजर मिलाया जाता है। वहीं, दूध में सालिड नाट फैट बढ़ाने के लिए चीनी मिलाई जाती है। वहीं, दूध की लाइफ बढ़ाने के लिए हाइड्रोजन पेराक्साइड की मिलावट की जाती है। जो भारतीय खाद्य सुऱक्षा मानक एंव मानक प्राधिकरण द्वारा प्रतिबंधित है उनकी मिलावट की जांच नहीं किए जाने से फायदा मिलावट खोर आसानी से उठा लेते हैं। इससे कंपनियों के साथ ही किसानों को भी नुकसान होता है। ऐसे में ऐसी तकनीक की जरूरत होती है जो सस्ती होने के साथ ही बिना दिक्कत के यूज की जा सके।

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ये है मिलावट चेक करने की नई तकनीक Tips to Check Milk Adulteration

आपको बता दें कि हरियाणा के करनाल स्थित नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टिट्यूट ने ऐसा Milk Testing Kit बनाया है। यह काफी सस्ता है। इसके साथ ही यह कम समय में ही दूध में मिलावट का पता लगा लेता है। इस किट में स्टिप्स की सहायता से दूध में यूरिया, स्टार्ट, डिजर्टेंट पाउडर, रिफाइंड तेल, ग्लूकोज न्यूट्रालाइजर हाइड्रोजन पेरॉक्साइड की मात्रा की जांच कर सकते हैं। इसमें प्रतयेक मिलावटी तत्व के लिए अलग स्ट्रिप होती है। यदि दूध में मिलावट है तो स्ट्रिप का रंग बदल जाता है। इसमें पेपर की स्ट्रिप पर दूध का एक ड्रॉप डाला जाता है जो सिर्फ 10 मिनट में दूध की शुद्धता जांच कर देता है। यदि दूध मिलावटी है तो स्ट्रिप का रंग बदल जाता है। स्ट्रिप के रंग के आधार पर यह पता लगाया जा सकता है कि दूध कौनसा मिलाया गया है।

दूध में यूरिया की मिलावट की ऐसे करें जांच

दूध में यूरिया की मिलावट का पता लगाने के लिए एक पीले कागज की स्ट्रिप बनाई गई है जिसको दूध में डुबोया जाता है। यदि दूध में यूरिया मिला हुआ है तो पीली स्ट्रिप लाल रंग की हो जाती है। यदि दूध में यूरिया की मिलावट नहीं है तो स्ट्रिप गुलाबी या पीले रंग की हो जाती है। यह नतीजा सिर्फ 3 मिनट में आ जाता है।

दूध में चीनी की मिलावट ऐसे जांचे

आपको बता दें कि दूध में ग्लूकोज और चीनी की मिलावट करने से SNF की मात्रा बढ़ जाती है। दूध में 100 मिलीलीटर प्राकृतिक ग्लूकोज 5 मिलीग्राम होता है। स्ट्रिप को दूध में डुबोने के 10 मिनट के बाद चेक किया जाता है। यदि स्ट्रिप का रंग लाल हो जाए तो दूध में ग्लूकोज और चीनी मिली हुई है। यदि कोई मिलावट नहीं तो स्ट्रिप सफेद रहती है। इससे मावा, दही में ग्लूकोज और चीनी के मिलावट की जांच होती है।

ऐसे करें दूध में न्यूट्राइजर मिलावट की जांच

दूध में खट्ठापन छिपाने और दूध की सेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए न्यूट्रालाइजर मिलाए जाते हैं जैसे सोडियम हाइड्रोआक्साइड, सोडियम कार्बोनेट और सोडियम बाईकार्बोनिट। ये सब FSSAI द्वारा प्रतिबंधित है। दूध में न्यूट्रलाइजर पता करने के लिए एक स्ट्रिप बनाई गई है। यदि दूध में न्यूट्रालाइजर की मिलावट है तो स्ट्रिप का रंग पीला और गहरा हरा हो जाता है, मिलावट नहीं होने पर हल्का हरा रंग का दिखता है।

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यहां मिलेगी दूध जांच स्ट्रिप Milk Test Strip

भारत में डेयरी कंपनियां अपने यहां आने वाले Milk की गुणवत्ता की जांच के लिए इस स्ट्रिप का यूज कर रही हैं। इस स्टिप से सभी आठ तरह की जांच करने में सिर्फ 10 से 12 रुपये का खर्चा आता है। इसमें सभी जांचें 8 से 10 मिनट में ही पूरी हो जाती है। यह किट आप हरियाणा में करनाल के नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टिट्यूट से मंगवा सकते हैं। इसके अलावा इस तकनीक कुछ प्राइवेट कंपनिया और स्टार्टअप भी बेच रहे हैं जहां से ऑनलाइन मंगा सकते है।

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मैंने 2023 में मॉर्निंग न्यूज इंडिया ज्वॉइन किया है। मैं डिजिटल मीडिया कंटेंट विभाग में 15 सालों से एक्टिव हूं। डिजिटल कंटेंट क्रिएटर के तौर मैं 3 साल cardekho.com, 10 साल से ज्यादा patrika.com के लिए काम कर चुका हूं। अब morningnewsindia.in पर कंटेंट हेड के तौर पर कार्यरत हूं। मेरी विशेष रूचि हर कैटेगरी की स्पेशल न्यूज बनाने में हैं।
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