भारत में इस समय QR code scam के नए नए मामले सामने आ रहे हैं। देश के अकेले एक शहर बैंग्लुरू में ही साल 2017 से 31 मई 2023 के बीच फ्रॉड के लगभग 21000 मामले सामने आए हैं। इसमें से 41 प्रतिशत मामले क्यूआर कोड के हैं। इन मामलों में नकली क्यूआर कोड से फ्रॉड किया जाता है। इस वजह से क्यूआर कोड स्कैन करते समय सावधान रहें, नहीं तो भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। तो जानते हैं QR code scam क्या है और इससें कैसे बचें…
क्या होता है QR code scam
क्यूआर कोड स्कैम को खास तरह से डिजाइन किया जाता है। इसमें रियल क्यू आर कोड में एक मैलेशियल कोड इनबिल्ट किया जाता है। फिर जब भी कोई यूजर क्यूआर कोड स्कैन करता है तो वो दूसरे क्यूआर कोड पर ट्रांसफर हो जाता है। यहीं यूजर के साथ फ्रॉड की वजह बनता है। इस तरह हैकर्स यूजर के डिवाइस का कंट्रोल अपने हाथ में ले लेता है।
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ऐसे काम करता है QR code scam
स्कैमर 1 क्यूआर कोड बनाता है जिसको फ्रॉड सोर्स से लिंक किया जाता है। यह कोड किसी पापुलर ब्रांड और कंपनी का होता है। फिर स्कैमर्स यह कोड पब्लिक प्लेस में रख देते हैं। यही क्यूआर कोड यूजर्स के साथ धोखे की वजह बनते हैं। जब आप कोई मैलेशियल क्यूआर कोड स्कैन करते हैं, तो आपको वो फर्जी वेबसाइट और वेब पेज पर शिफ्ट कर देता है। इसके बाद फिशिंग वेबसाइट पर्सनल डेटा चोरी करके आपके बैंक अकाउंट को खाली कर सकती है।
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QR code scam से ऐसे बचें
- ध्यान रखें कि पब्लिक प्लेस में लगा हुआ QR code स्कैन नहीं करें। जो क्यूआर कोड भरोसेमंद नहीं उनको स्कैन करने से बचें।
- क्यूआर कोड स्कैन करने के लिए क्यूआर कोड स्कैनर ऐप ही यूज करें। यदि क्यूआर कोड डेस्टिनेशन सोर्स तक नहीं पहुंचता तो उसे स्कैन नहीं करें।
- सिर्फ ऑफिशियल ऐप्स ही ऐप स्टोर से डाउनलोड करें।
- वायरस से बचने के लिए डिवाइस में सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करके रखें।
- यदि कोई कोई ईमेल या फिर मैसेज पर्सनल जानकारी मांगता है तो यह स्कैम का मामला हो सकता है।