लू से हो सकता है लकवा, ऐसे बचाएं खुद को

Digital Desk
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Heat wave se Lakwa : पूरे भारत में भीषण गर्मी पड़ रही है। पारा 50 के पार जाने को है। दिन में लू के थपेड़ों ने लोगों की हालत बिगाड़ दी है। कई जगह तो रातभर लू चलती रहती है। इस बीच एक और दिल दहलाने देने वाली खबर सामने आई है जो हम सब को चिंता में डाल सकती है। जी हां, लू लगने से या बहुत ज्यादा गर्मी से आपको ब्रेन स्ट्रोक यानी लकवा (Heat wave se Lakwa) भी आ सकता है। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि बहुत ज्यादा गर्मी में या लू लगने पर शरीर में पानी की एकदम से कमी हो जाती है, जिससे खून गाढ़ा होने लगता है और दिमाग में खून का संचार धीमा हो सकता है। चलिए जान लेते हैं कि लू लगने से दिमागी दौरा कैसे पड़ सकता है।

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लू से लकवा हो सकता है (Heat wave se Lakwa)

न्यूरोलॉजिस्ट की माने तो हाल ही में कुछ मरीज ऐसे मिले हैं जिन्हें लू लगने से लकवा आया है। जब उन मरीजों के किडनी फंक्शन की जांच की गई तो पता चला कि यह पानी की कमी से हुआ था। लू लगने को आप हल्के में नहीं ले सकते हैं। क्योंकि डॉक्टरों का कहना है कि हीट वेव (Heat wave se Paralysis) से दिमाग और नर्वस सिस्टम पर काफी बुरा असर पड़ता है। जब शरीर अपने आप को ठंडा रखने में नाकाम हो जाता है, तब शरीर में पानी की एकदम से कमी हो जाती है। इसके बाद आपको कभी भी अचानक से साइलेंट ब्रेन स्ट्रोक आ सकता है।

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ब्रेन स्ट्रोक क्या होता है (Brain Stroke Kya Hai)

ब्रेन स्ट्रोक (Heat wave se Paralysis) को आसान भाषा में समझे तो दिमाग के किसी एक हिस्से में खून का संचार कम हो जाता है। नसों में ब्लॉकेज या धमनियों के सिकुड़ने की वजह से लकवे की हालत हो जाती है। अगर ब्रेन स्ट्रोक (Brain Stroke Kya Hai) के मरीज को तुरंत इलाज न मिले तो मौत भी हो सकती है। एक तरह से ये दिमाग का अटैक है जैसे हार्ट अटैक होता है वैसे ही। बहुत ज्यादा गर्मी लगने से हीट स्ट्रोक हो सकता है, और कुछ गंभीर मामलों में ये ब्रेन स्ट्रोक का कारण भी बन सकता है।

हीट वेव से आ सकता है लकवा

हीट वेव और गर्मी से दो तरह के ब्रेन स्ट्रोक (Heat wave se Paralysis) हो सकते हैं। शरीर में पानी की कमी और खून में पानी का स्तर हद से ज्यादा कम हो जाने से दिमाग तक खून पहुंचाने वाली नसों में रिसाव होने लगता है। इससे खून गाढ़ा हो जाता है और नसों में जमने लगता है। इसे खून की कमी वाला स्ट्रोक (Ischemic stroke) कहते हैं। दूसरा जिसमें नस फट जाती है और खून का रिसाव होने लगता है जिसे खून बहने वाला स्ट्रोक (Hemorrhagic stroke) कहते हैं।

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लू के लक्षण क्या होते हैं

लू लगने पर सिर में तेज दर्द होना, चक्कर आना और सांस लेने में तकलीफ जैसी दिक्कत होने लगती हैं। शुरुआत में इन लक्षणों की तीव्रता (SYMPTOMS OF HEAT STROKE) काफी कम होती है लेकिन वक्त के साथ साथ ये बढ़ते जाते हैं। लू लगने पर अचानक से तेज बुखार आ जाता है और शरीर में गर्मी बढ़ती है, लेकिन शरीर से पसीना नहीं निकलता है। लू लगने पर उल्टी आती है। उल्टी होने के कारण शरीर में सोडियम और पोटैशियम का संतुलन गड़बड़ा जाता है। कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले या शारीरिक रुप से कमजोर लोग लू लगने से बेहोश भी हो जाते हैं। तो लू और ब्रेन स्ट्रोक से बचे और ये उपाय औरों को भी शेयर करें।

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