Mooli Ki Kheti: मूली एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जिसे कच्चा भी खाया जाता है और पकाकर भी खाया जाता है. मूली से तरह-तरह के खाद्य पदार्थ बनाए जाते हैं. इसे लोग सलाद में खाना पसंद करते है तो कई लोग मूली के पराठे भी बड़े चाव के साथ खाते हैं
आपको आसानी से उपलब्ध हो जाने वाली मूली के लिए किसानों को खेतों में खूब मेहनत करनी पड़ती है. लेकिन किसानों की तरह ही आप खुद भी मूली को घर और खेत में उगा सकते है और महीने के हजारों-लाखों रुपये कमा सकते हैं. तो आइए आपको बताते है कि Mooli Ki Kheti कैसे की जाती है.
Mooli Ki Kheti के लिए मिट्टी और जलवायु
मूली की खेती बलुई दोमट मिट्टी या जीवांशयुक्त दोमट मिट्टी में की जा सकती है. लेकिन ध्यान रहे कि मिट्टी का पीच मान 6.5 या इसके आस-पास हो. वहीं मिट्टी की खेती के लिए ठंडी जलवायु बेहतर मानी गई है. इस दौरान तापमान 10 से 15 सेल्सियस होगा तो बेहतर होगा.
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ऐसे तैयार करें खेत या भूमि
Mooli Ki Kheti खेत के साथ ही घर में भी आसानी से की जा सकती है. खेत या भूमि को तैयार करने के लिए उसे पहले 4 से 5 बार अच्छे से जोत लें. बता दें कि मूली मिट्टी के अंदर पैदा होती है. इसके लिए जुताई गहरी होनी चाहिए.
ऐसे करें रोपाई
कुछ किसान Mooli Ki Kheti से पहले नर्सरी तैयार करते हैं तो वहीं कुछ किसान सीधी बीजाई भी करते हैं. मूली की खेती मिट्टी में गहराई में और कतारों में की जाती है. मूली के हर पौधे के बीच 8 से 10 सेमी की दूरी रखें. वहीं एक से दूसरी कतार के बीच में 30 से 45 सेंटीमीटर दूरी रखें.
खाद और उर्वरक
यदि एक एकड़ की भूमि में Mooli Ki Kheti की जा रही है तो इसमें गली हुई रूड़ी की खाद, नाइट्रोजन 25 किलो (यूरिया 55 किलो), फासफोरस 12 किलो (सिंगल सुपर फासफेट 75 किलो) का मिश्रण डाल दें. भूमि अधिक होने पर आप उसके हिसाब से खाद मिला सकते हैं.
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कब और कैसे करें सिंचाई
गर्मी और सर्दी के मौसम में मूली की खेती में सिंचाईमे अंतर आ जाता है. गर्मियों के दौरान सप्ताह में एक बार मूली के पौधों की सिंचाई करनी चाहिए. गर्मी में मूली की कटाई से ठीक पहले एक हल्की सिंचाई भी की जा सकती है. वहीं सर्दी के मौसम में सिंचाई 10-12 दिनों में एक बार करें.
कब करें कटाई
मूली काफी जल्दी तैयार होने वाली फसल है. यह 40 से 50 दिनों के अंदर अच्छे से उग जाती है और इसे जल्दी ही काट भी लिया जाता है. समय से इसकी कटाई कर लेना चाहिए.
कितनी हो सकती है कमाई
प्रति एकड़ में मूली की देसी प्रजातियों से 250 से 300 क्विंटल तक पैदावार हो सकती है. वहीं विदेशी प्रजातियों में पैदावार 80 से 100 क्विंटल तक होती है. देसी प्रजाति की बात करें तो यह 500 से 1200 रुपये प्रति क्विंटल तक बिकती है. इस तरह आसानी से आप 1.5 लाख रुपये तक कमा सकते हैं.