Satellite Internet Jio : मोबाइल इंटरनेट के क्षेत्र में दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की हो रही है। हाल ही में एपल कंपनी ने आईफोन में सैटलाइट से मैसेज भेजने की तकनीक का ऐलान किया है। अब मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो ने नई सेवा का ऐलान किया है। जी हां, नेट की धीमी गति से परेशान गांव वालों के लिए जियो जल्द सैटेलाइट के जरिए इंटरनेट सर्विस (Satellite Internet Jio) देने जा रही है। जी हां, जियो भारत की पहली टेलीकॉम कंपनी बन सकती जो अंतरिक्ष से इंटरनेट सेवाएँ देगी। तो चलिए जान लेते हैं कि क्या है ये तकनीक और कैसे रिलायंस जियो (Satellite Internet Jio) सबसे आगे निकलर अंतिरक्ष तक पहुंच गई।
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जियो को मिली सैटेलाइट इंटरनेट की मंजूरी (Satellite Internet Jio)
जियो को इंडियन स्पेस में गीगाबिट फाइबर इंटरनेट देने की मंजूरी मिल गई है। सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस (Satellite Internet Jio) के लिए रिलायंस जियो ने यूरोप की लक्जमबर्ग की कंपनी SES के साथ साझेदारी की है। इस संयुक्त कंपनी का नाम ‘ऑर्बिट कनेक्ट इंडिया’ रखा गया है। इस जॉइंट वेंचर को भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रोत्साहन और प्राधिकरण केंद्र (IN-SPACe) ने भारतीय वायुक्षेत्र में सैटेलाइट सेवाएं प्रदान करने की परमिशन दे दी है।
कौन है ये एजेंसी जो मंजूरी देती है (IN-SPACe)
जिस तरह भारत की जमीन पर ट्राई यानी भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI in Hindi) एक सरकारी एजेंसी है। वैसे ही सैटेलाइट सर्विस प्रोवाइडर्स को भारत की नियामक संस्था इंडियन स्पेस रेगुलेटर इंडियन (IN-SPACe) से भी मंजूरी लेनी पड़ती है। इस विशेष मंजूरी के बाद ही इन कंपनियों को दूरसंचार विभाग (DoT) स्पेस वाला स्पेक्ट्रम आवंटित करता है। जियो की इस साझेदार कंपनी ऑर्बिट कनेक्ट इंडिया को अप्रैल और जून में मंजूरी दे दी गई है।
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कैसे काम करेगा सैटेलाइट इंटरनेट ? (Satellite Internet in Hindi)
अंतरिक्ष में एक उपग्रह की मदद से धरती पर इंटरनेट सेवा देने की तकनीक को सैटनेट नाम दिया गया है। इस सैटनेट सेटअप (SatNet) का काम दूर-दराज के इलाकों को उपग्रह की मदद से हाई स्पीड इंटरनेट से जोड़ना होता है। जैसे मिलिट्री में सैटलाइट फोन होता है ठीक उसी तरह अब ये सैटलाइट इंटरनेट आम भारतीय के लिए मुहैया हो सकेगा। सैटनेट के किट में एक राउटर, पावर सप्लाई, केबल और माउंटिंग ट्राइपॉड दिया जाएगा।
एंड्रॉइड एप से कंट्रोल कर सकेंगे (SatNet Jio Router)
हाई-स्पीड इंटरनेट के लिए डिश को खुले आसमान के नीचे लगाया जाएगा। जैसे पहले केबल टीवी की डिश होती थी, वैसे ही ये छोटी सी डिश आपको सैटेलाइट इंटरनेट उपलब्ध करवाएगी। खास बात है कि इस सैटनेट राउटर (SatNet Jio Router) का एप iOS और एंड्रॉइड पर मौजूद है, जो सेटअप से लेकर इंटरनेट स्पीड तक हर एक चीज की लगातार मॉनिटरिंग करता है।
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कई कंपनियां हैं इस स्पेस इंटरनेट रेस में (Satellite Internet in India)
जियो को भले ही मंजूरी मिल गई है। लेकिन इस रेस में अभी कई दिग्गज कंपनियां शामिल हो चुकी हैं। अमेजन से लेकर एलनमस्क की स्टारलिंक जैसी कंपनियां भारत में सैटेलाइट इंटरनेट के क्षेत्र में भागीदारी के लिए प्रयास कर रही हैं। IN-SPACe के चेयरमैन पवन गोयनका की माने तो हाई-स्पीड सैटेलाइट-बेस्ड इंटरनेट सर्विस देने के लिए एक अन्य कंपनी इनमारसैट को भी भारत में सैटेलाइट ऑपरेट करने की अनुमति मिल गई है। मस्क की स्टारलिंक और अमेजन की कुइपर फिलहाल कतार में है। वो दिन दूर नहीं जब खेत में बकरियां चरा रहा ग्वाला भी सैटेलाइट इंटरनेट से जुड़ा होगा।