छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के सेमरा गांव की बात करते है।
यहां दिवाली का त्यौहार एक हफ्ते पहले ही मनाने लगते है।
दिवाली के दिन त्यौहार मनाने से गांव को अभिशाप मिलता है।
दशकों की परंपरा को तोड़ने की हिमाकत कोई नहीं करता।
दिवाली और होली, हरेली और पोला भी 1 हफ्ते पहले बनते है।
गांव में सिदार देव की पूजा करने की परंपरा निभाई जाती है।
ग्रामीण कहते है कि सिदार देव गांव की रक्षा करते है।
इसी वजह से सिदार देव की पूजा हर त्यौहार से पहले होती है।
ऐसा नहीं करने पर ग्रामीणों को सिदार देव के रुष्ट होने का डर है।
ग्रामीणों के मुताबिक सिदार देव ने एक बार गांव की रक्षा की थी।