आज रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही भगवान राम अयोध्या में विराजमान हो गए हैं।
आप भी इस अवसर पर रामचरितमानस की चौपाईयों के साथ बधाई संदेश दे सकते हैं।
जाकर नाम सुनत सुभ होई। मोरें गृह आवा प्रभु सोई॥
जिनका नाम सुनने से ही कल्याण होता है, वही मेरे प्रभु घर आए हैं।
रिपु रन जीति सुजस सुर गावत। सीता सहित अनुज प्रभु आवत॥
शत्रु को रण में जीतकर सीता, लक्ष्मण सहित राम आ रहे हैं, देवता उनका यश गा रहे हैं।
राका ससि रघुपति पुर सिंधु देखि हरषान। बढ़्यो कोलाहल करत जनु नारि तरंग समान॥
रघुनाथ पूर्णिमा के चंद्रमा हैं तथा अवधपुर समुद्र है, जो उस पूर्णचंद्र को देखकर हर्षित हो रहा है।
रघुकुल तिलक सुजन सुखदाता। आयउ कुसल देव मुनि त्राता॥
रघुकुल के तिलक, सज्जनों को सुख देनेवाले और देवताओं तथा मुनियों के रक्षक राम सकुशल आ गए।