भारत में अब FASTag का स्थान एक नई टेक्नोलॉजी ले लेगी।

अब GPS बेस्ड टोल कलेक्शन सिस्टम आ रहा है।

भारत सरकार की इसके लिए तैयारी जारी है।

नितिन गडकरी ने बताया कि सरकार का लक्ष्य GPS बेस्ड टोल कलेक्शन सिस्टम है।

यह नई टेक्नोलॉजी 2024 के आखिर तक देश में शुरू हो सकती है।

यह टेक्नोलॉजी वाहन नंबर प्लेट स्कैन करके टैक्स वसूलेगी।

देश में दो जगह इस टेक्नोलॉजी की टेस्टिंग हो रही है।

वाहन नंबर प्लेट को एकाउंट से जोड़ा जाएगा, उसी से टोल टैक्स कट जाएगा।

अभी फास्टैग ID रीड करके टैक्स लेता है।

FASTag की शुरुआत भारत में फरवरी 2021 में हुई थी।