MSP Guarantee Act farmers protest: सरसों के घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य 5650 रुपये प्रति क्विंटल के उपरांत भी किसान को सरसों को बाजार में 4200 रूपये प्रति क्विंटल बेचनी पड़ रही है जिसके कारण किसानों को 1450 रूपये प्रति क्विंटल तक के कम दाम मिल रहे हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद आरंभ करने के तथ्य जब केंद्र एवं राज्य में किसी भी दल की सरकार के समय पर नहीं देखे गए। कई किसान संगठन भी फसल पर न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी सहित कई मांगों को लेकर 13 फरवरी से दिल्ली में आंदोलन के लिए जुटेंगे।
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घाटे में बिकती है सरसों
किसानों को 1000 रूपये से अधिक घाटा उठाकर पिछले साल भी सरसों बेचनी पड़ी थी। MSP Guarantee Act farmers protest भारत सरकार की ओर से संसद में किसानों को घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम दामों से अपनी उपज बेचने के लिए विवश न होने की घोषणा की जाती है। फिर भी सरकार किसानों की ओर ध्यान नहीं देती है। भारत सरकार पाम आयल के आयात की जगह खेती को प्रोत्साहित देना चाहिए।
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क्या है कारण
न्यूनतम समर्थन मूल्य की खरीद की गारंटी का कानून नहीं होने से किसानों को अपनी उपज लागत से कम दामों में बेचनी पड़ती है।MSP Guarantee Act farmers protest ऐसे में दूसरी और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 75% उपज को खरीद की परिधि से बाहर किया गया है। दूसरी ओर कम मूल्य भुगतान का विकल्प होने पर भी दाम नहीं मिल पा रहे हैं। खाद्य तेलों के बाहर से आयात होने से देश की मुद्रा विदशों में खर्च होने से भी किसानों को उनकी उपज की पूरी लागत नहीं मिल पाती। जिससे चना, मूंग, बाजरा जैसी अन्य उपजों पर भी बुरा असर पड़ता है।