Ramlala Singhasan: हिंदू धर्मावलंबी 500 वर्ष का वनवास पूरा कर अयोध्या लौट रहे रामलला के स्वागत में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते। यही वजह है कि पूरे देश में अलग-अलग धार्मिक आयोजन किए जा रहे हैं। धर्म के इस कार्य में न केवल हिंदू वरन मुस्लिम तथा अन्य धर्मों से जुड़े लोग भी उसी तरह भाग ले रहे हैं।
भगवान राम के मंदिर को बनाने में जुटे हैं मुस्लिम एक्सपर्ट्स भी
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के निर्माण में बहुत से मुस्लिम कारीगर भी काम कर रहे हैं। ये सभी वे लोग हैं जो अपने-अपने फील्ड के एक्सपर्ट हैं और पूरे जी-जान से मंदिर की सुंदरता को निखार रहे हैं। यही नहीं, गर्भगृह में विराजमान होने वाले रामलला के लिए सिंहासन भी एक मुस्लिम ने ही तैयार किया है।
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मकराना के रमजान ने बनाया है रामलला का सिंहासन (Ramlala Singhasan)
राम मंदिर के गर्भगृह के लिए मुख्य सिंहासन बनाने वाले मोहम्मद रमजान बताते हैं कि राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने के बाद उनके पास चंपत राय का फोन आया था। राय ने बताया कि ट्रस्ट ने सर्वसम्मति से उन्हें सिंहासन बनाने का कार्य सौंपा।
रमजान को यह कार्य सौंपते समय चंपत राय ने एक शर्त भी रखी कि वे इसके डिजाईन (Ramlala Singhasan) की किसी को भनक भी नहीं लगने देंगे। इसके बाद उन्होंने ही मंदिर के गर्भगृह को डिजाईन किया और सिंहासन बनाया।
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रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में उन्हें भी मिला है आमंत्रण
मोहम्मद रमजान औऱ उनके चीफ आर्किटेक्ट गनी मोहम्मद को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रण दिया गया है। वे आयोजन में भाग लेने के लिए अयोध्या रवाना हो गए हैं और वहां इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे।