Lakshadweep Tourism Infrastructure: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा और उस पर मालदीव (Maldives Tourism) की प्रतिक्रिया के बाद यह केंद्र शासित प्रदेश दुनियाभर में सुर्खियां बटोर रहा है। केंद्र सरकार (Kendra Sarkar) ने लक्षद्वीप में पर्यटन को लेकर कई तरह की तैयारियां कर ली है। इस प्लान के तहत अगले पांच साल में लक्षद्वीप में पर्यटन इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए करीब 6 हजार करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे।
लक्षद्वीप कलेक्टर अर्जुन मोहन बताते है कि सबसे अधिक फोकस मिनिकॉय द्वीप पर New Airport विकसित करने पर है। इसका इस्तेमाल सैन्य और नागरिक दोनों उड़ानों के लिए किया जा सकेगा। नए एयरपोर्ट का डिज़ाइन बड़े विमानों की लेंडिंग के अनुरूप तैयार किया जाएगा। वर्तमान में लक्षद्वीप पर सिर्फ एक एयरपोर्ट है, जो अगती द्वीप (Agatti Island Lakshadweep) पर स्तिथ है। इस एयरपोर्ट पर छोटे विमानों की ही लैंडिंग होती है।
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सरकार की लक्षद्वीप को लेकर योजनाएं
– मिनिकॉय द्वीप पर एयरफील्ड तैयार होगी। इससे टूरिज्म और सैन्य ताकत को बढ़ावा मिलेगा। श्रीलंका-मालदीव के पास होने से मिनिकॉय एयरपोर्ट सामरिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है। मिनिकॉय में बन रही जॉइंट एयरफील्ड से लड़ाकू विमान, सैन्य मालवाहक और यात्री उड़ाने संचालित हो सकेंगी।
– दिल्ली, मुंबई और बैंगलोर से कनेक्टिंग फ्लाइट की तैयारी है। अभी कोच्चि से Agatti Island के लिए सिर्फ एक फ्लाइट है। इसके अलावा 7 जहाज है, जो कोच्चि से यहां आने में 18 घंटे का समय लेते है। लक्षद्वीप प्रशासन ने केंद्र सरकार से एक और जहाज देने की मांग की है।
– लक्षद्वीप को कोच्चि के आलावा केरल के Beypore Port और कर्नाटक के Mangalore Port से भी कनेक्टिविटी दी जाने की तैयारी है। लक्षद्वीप में सरकार 360 लैगून विला बना रही है। इस प्रोजेक्ट में सुहेली, मिनिकॉय और कदमात द्वीप पर 230 बीच विला, 140 वाटर विला और 370 रूम विला बनाएगी।
– गुजरात की टूरिज्म फर्म प्रवेग Agatti Island पर 50 से अधिक परमानेंट टेंट का निर्माण और संचालन करेगी। इसके अलावा Tata Group की सहयोगी इंडियन होटल्स ने ताज रिसॉर्ट प्रोजेक्ट लॉन्च किया है। जिसके तहत लग्जरी रिसॉर्ट्स द्वीप पर तैयार किये जाएंगे।
– पर्टयन को बढ़ाने के लिए करवती और बांगरम द्वीप पर परमिट के साथ शराब की बिक्री को अनुमति दी गई है। आवेदन के दिन ही इनर लाइन परमिट जारी करने के प्रयास जारी है। अभी पर्यटक मंजूरी मिलने के बाद लक्षद्वीप में 7 दिन ही रुक सकते है। इस अवधि को बढ़ाने पर भी विचार हो रहा है।