India Israel Relationship : इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध की चर्चा दुनियाभर में हो रही है। दोनों ही ओर से हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसी के चलते इस समय इजराइल और हमास युद्ध ट्रेंडिंग में हैं। दुनिया की कई ताकतों ने इजरायल का समर्थन किया है तो कई देश ‘हमास’ के समर्थन में भी खड़े हुए नजर आए। इजरायल और हमास की जंग पर भारत ने भी नजरें बनाए रखी है।
बहुत प्रगाढ़ है India Israel Relationship
भारत ने स्पष्ट किया है कि वो इजरायल के समर्थन में है। वहीं ‘हमास’ जैसे फिलिस्तीनी आतंकी संगठन के खिलाफ है। गौरतलब है कि इजरायल को हमेशा से ही भारत का साथ मिलता रहा है। दोनों देशों के बेच मैत्रीपूर्ण संबंध है। हालांकि अब इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के एक बयान ने बवाल मचा दिया है।
इजरायल और हमास के बीच युद्ध पर प्रस्ताव
हाल ही में (27 अक्टूबर को) संयुक्त राष्ट्र महासभा में इजरायल और हमास के बीच युद्ध को लेकर एक प्रस्ताव लाया गया था। इस प्रस्ताव को कई देशों का समर्थन मिला। इसके तहत इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध को रोकने का आह्वान किया गया था। इस प्रस्ताव के समर्थन में 120 वोट पड़े। जबकि 14 देश इसके विरोध में खड़े नजर आए। वहीं भारत ने भी इस प्रस्ताव से दूरी बनाए रखी। इसको लेकर अब India Israel Relationship में खटास आ सकती है।
प्रस्ताव पर नहीं मिला भारत का साथ
इस प्रस्ताव पर भारत का साथ न मिलने से इजरायली पीएम नेतन्याहू खफ़ा हो गए। सोमवार को बेंजामिन नेतन्याहू ने भारत के रुख पर नाराजगी जताते हुए कहा कि भारत जैसा सभ्य देश इस तरह की बर्बरता को बर्दाश्त नहीं करेगा। भारत के रुख पर नेतन्याहू की बेरुख़ी कहीं दोनों देशों के बीच रिश्ते में दरार की वजह न बन जाए।
मित्र देशों को लेकर खफा हुआ इजराइल
इजरायली पीएम नेतन्याहू ने सोमवार को कहा कि, ”मुझे लगता है कि उस प्रस्ताव में बहुत ज्यादा खामियां थीं, और मुझे यह दख देखकर दुख हुआ कि हमारे कई मित्र भी इस बात पर जोर नहीं दे रहे हैं कि इजरायल में जो कुछ भी हुआ, उसकी कड़ी निंदा होनी चाहिए थी। यह ऐसा था कि जिसे भारत जैसा कोई भी सभ्य देश बर्दाश्त नहीं कर सकता।।।इसलिए मुझे उम्मीद है कि इस तरह के प्रस्ताव दोबारा नहीं लाए जाएंगे”।
युद्धविराम के लिए सहमत नहीं इजराइल
इजरायल के पीएम बेंजामिन ने आगे कहा कि, ”जिस तरह अमेरिका पर्ल हार्बर पर बमबारी के बाद या 9/11 के आतंकवादी हमले के बाद युद्धविराम के लिए सहमत नहीं होगा, उसी तरह इजरायल भी हमास के साथ दुश्मनी खत्म करने के लिए सहमत नहीं होगा”।
यह समय युद्ध का
नेतन्याहू ने बताया कि, ”युद्धविराम का आह्वान इजरायल के लिए हमास के सामने आत्मसमर्पण करने, आतंकवाद के सामने आत्मसमर्पण करने, बर्बरता के सामने आत्मसमर्पण करने का आह्वान है। और यह कभी नहीं होगा। बाइबल में लिखा है कि एक शांति का समय होता है और एक युद्ध का भी समय है। यह युद्ध का समय है”। हालांकि इस मामले में India Israel Relationship एक जैसी है और भारत इसका समर्थन करता है।
गाजा में इतने लोगों की मौत
गौरतलब है कि हमास और इजरायल के बीच 25 दिनों से युद्ध जारी है। दोनों ही तरफ के अब तक हजारों लोगों की मौत इस जंग में हो चुकी है। न ही हमास अपने कदम पीछे हटा रहा है और न ही इजरायली सेना हमास के आतंकियों को खदेड़ने में कोई कसर छोड़ रही है। बात दें कि अब तक गाजा में हमले से 9500 लोगों की मौत हो चुकी है।