EVM Kaise Kam Karti Hai : आज देश का मुखिया तय हो रहा है। लोकसभा चुनाव के नतीजे शाम तक आ जाएंगे। इस प्रक्रिया में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का अहम योगदान है। हालांकि ईवीएम वही मशीन है जिसे लेकर आए दिन सियासी पार्टियां हल्ला मचाती है। कई लोग सोचते है कि ये मशीन काम (EVM Kaise Kam Karti Hai) कैसे करती है। कैसे इसका वीवीपीएटी से शत-प्रतिशत मिलान किया जाता है। जिस पर हाल ही में कांग्रेस ने कोर्ट में सवाल खड़े किए थे। इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला महफूज रखा है। इस पर जल्द फैसला आने की उम्मीद है। युवा और नए मतदाता EVM में ज्यादा दिलचस्पी ले रहे हैं। तो चलिए हम आपको इससे जुड़े कुछ रोचक तथ्य (Interesting facts about EVMs) बताते हैं।
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EVM से जुड़ी अहम बातें (Interesting facts about EVMs)
लोकतंत्र का अहम अंग है ये मशीन
लोकसभा चुनाव से जुड़े रोचक तथ्यों (Interesting facts about EVMs) की बात करें तो ईवीएम भारत में चुनाव प्रक्रिया का सबसे अभिन्न अंग बन चुकी है। यह साधारण बैटरी से चलने वाली एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जिसे मतदान में इस्तेमाल किया जाता है। इससे पहले के जमाने में बैलट पेपर से चुनाव होते थे। ईवीएम मतदान के दौरान डाले गए वोटों का हिसाब किताब रखती है, साथ ही उनकी गिनती करने की काबालियित रखती है।
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— CEO RAJASTHAN (@CeoRajasthan) June 4, 2024
कितने उम्मीदवारों के नाम हो सकते हैं दर्ज
एक ईवीएम (EVM ke Facts) में अधिकतम 64 उम्मीदवारों के नाम दर्ज हो सकते हैं। वोटों को दर्ज करने की कैपेसिटी देखी जाए तो एक ईवीएम में 3840 वोटों को दर्ज किया जा सकता है। यानी इसकी मेमोरी अच्छी खासी है, साथ ही इसमें एक बैकअप सिस्टम भी लगा होता है।
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क्या EVM से छेड़छाड़ संभव है ?
कई बार कांग्रेसी नेता ईवीएम से छेड़छाड़ (Can anyone hack EVM) का आरोप लगाते है। लेकिन ईवीएम एक ऐसी चिप प्रणाली पर बेस्ड है जिसमें छेड़छाड़ करने पर ये मशीन अपने आप ही काम करना बंद कर देती है। मतलब अगर किसी ने बाहर से इसे हैक करने या डाटा में बदलाव करने की कोशिश भी की तो यह मशीन अपने आप बंद हो जाती है और वो डाटा भी नष्ट हो जाता है।
Symphony of democracy: CEC Rajiv Kumar paints a portrait of gratitude to the incredible polling personnel. Despite facing tough challenges, they ensure no voter is left behind.#ChunavKaParv #DeshKaGarv #ECI #GeneralElections2024 pic.twitter.com/D0rHTfHhrJ
— Election Commission of India (@ECISVEEP) June 3, 2024
सबसे पहले ईवीएम का यूज कब हुआ
यदि हम ईवीएम के इतिहास (EVM History India) की बात करें तो भारत में सबसे पहले इस्तेमाल की बात करें तो साल 1982 में इसका उपयोग हुआ। केरल के परूर विधानसभा सीट के 50 मतदान केंद्रों पर वोटिंग करने के लिए ईवीएम काम में ली गई थी। ये एक परीक्षण था जो काफी सफल रहा।
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लोकसभा चुनावों में ईवीएम का उपयोग कब हुआ
1998-99 में कुछ राज्यों की विधानसभा सीटों पर ईवीएम (EVM First time used in which election) की मदद से मतदान कराया गया। इसके अलावा 2003 में सभी उपचुनाव और राज्यों के विधानसभा चुनाव में ईवीएम का इस्तेमाल किया गया। फिर पूरी तरह से 2004 में लोकसभा चुनावों में ईवीएम का उपयोग किया जाने लगा। अब हर चुनाव में यही इस्तेमाल होती है।