Leslie Hylton Story: वेस्टइंडीज क्रिकेट जगत में कई बड़े और महान खिलाड़ी हुए है। कई ऐसे क्रिकेटर भी रहे, जो अपनी अय्याशियों के लिए दुनियाभर में मशहूर रहे। लेकिन यहां हम एक ऐसे कैरेबियाई क्रिकेटर के बारे में बता रहे है, जिसे उसके देश की सरकार द्वारा फांसी की सजा दी गई। जी हां, उस क्रिकेटर का नाम था ‘लेस्ली हिल्टन’, जो वेस्टइंडीज के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल चुके हैं। वह क्रिकेट के मैदान पर तेज गेंदबाज की भूमिका निभाया करते थे।
पुलिस अधिकारी की बेटी से की लव मैरिज
तेज गेंदबाज Leslie Hylton दुनिया के एकमात्र ऐसे क्रिकेटर है, जिन्हें फांसी की सजा दी गई। उन्हें यह सजा अपनी ही पत्नी की हत्या के आरोप में दी गई थी। उनकी पत्नी का नाम ‘लर्लिन रोज’ था, जिनके साथ गेंदबाज ने Love Marriage की थी। लर्लिन रोज (Lerlyn Rose) एक पुलिस अधिकारी की बेटी थी। दोनों ने लंबे समय तक एक-दूसरे को डेट किया था, जिसके बाद सन 1942 में विवाह बंधन में बंध गए। शादी के बाद इस कपल के एक बेटा भी हुआ।
शादी के 12 साल बाद रिश्तों में आई दरार
शादी के करीब 12 सालों बाद दोनों के रिश्तों में खटास आ गई। इस खटास के पीछे की वजह Lerlyn Rose का Dress Making Business था। उनके बिज़नेस में कोई खामी नहीं थी, लेकिन लर्लिन का बिजनेस के सिलसिले में अक्सर न्यूयॉर्क जाना Leslie Hylton को खटक रहा था। लेस्ली हिल्टन की पत्नी न्यूयॉर्क जाकर कई हफ़्तों तक वहां रहती थी। एक दिन लेस्ली हिल्टन को एक गुमनाम चिट्ठी मिली, जिसमें उनकी पत्नी के अवैध संबंधों का जिक्र था।
पीठ पीछे पत्नी ने चलाया विदेशी संग अफेयर
गुमनाम चिठ्ठी को पढ़कर Leslie Hylton का दिमाग गरम हो गया। उन्होंने आब देखा ना ताब, अपनी पत्नी लर्लिन को तुरंत प्रभाव से अमेरिका से वापस बुला लिया। जब वह आई तो दोनों के बीच काफी झगड़ा हुआ। दरअसल, Leslie Hylton को पता चल गया था कि उनकी पत्नी Leslie Hylton का ब्रूकलीन एवेन्यू में रहने वाले रॉय फ्रांसिस के साथ अफेयर चल रहा है। दोनों के झगड़े के दौरान हिल्टन की पत्नी ने अपने ऊपर लगे आरोप को स्वीकार कर लिया।
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पत्नी के सीने को 7 गोलियों से भून डाला
खुलेआम अपने अवैध संबंधों की बात कबूल कर लेने के बाद लेस्ली हिल्टन अपनी पत्नी पर आगबबूला हो गए। जिसके बाद वह अपनी सुधबुध खो बैठे और पत्नी लर्लिन को गोलियों से भून डाला। उन्होंने लर्लिन के सीने में ताबड़तोड़ 7 गोलियां घुसेड़ दी। हालांकि, कोर्ट में हिल्टन ने इसे अनजाने में हुई घटना करार दिया। कोर्ट में यह मामला लंबा चला और 20 अक्टूबर 1954 को हिल्टन को लर्लिन के मर्डर के आरोप में 17 मई 1955 को फांसी की सजा दे दी गई।
लेस्ली हिल्टन का क्रिकेट करियर
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज रहे लेस्ली हिल्टन 1935 से 1939 के बीच वेस्टइंडीज के लिए खेले। इस दौरान उन्होंने 6 टेस्ट में 26.12 की औसत से 19 विकेट अपने नाम किये। 8 जनवरी 1935 को उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू और अंतिम मैच भी इंग्लैंड के खिलाफ 22 जुलाई 1939 को खेला था।