Bitcoin Mining वैसे तो एक जटिल तकनीकी टर्म है। परंतु यदि सरल भाषा में बात की जाए तो बिटकॉइन माइनिंग का अर्थ नया बिटकॉइन बनाना तथा उसको सर्कुलेशन में लाना है। इसका एक पूरा प्रोसेस होता है जिसके बाद भी बिटकॉइन का निर्माण किया जा सकता है। इस दौरान बिटकॉइन के ट्रांजेक्शन को वैलिडेट किया जाता है। बिटकॉइन बनाने वालों को बिटकॉइन माइनर्स कहा जाता है।
कैसे होती है Bitcoin Mining
बिटकॉइन माइन करने का कार्य जटिल है और इसमें काफी ज्यादा परिश्रम, समय और ऊर्जा लगती है। दरअसल इसके लिए कम्प्यूटेशनल रूप से कठिन पहेलियों को सुलझाना होता है। इसके लिए आप किसी हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर या टूल्स की भी मदद ले सकते है। पहेलियों को सफलतापूर्वक सुलझाने पर कुछ बिटकॉइन्स दिए जाते हैं।
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बिटकॉइन का लाभ क्या है?
बिटकॉइन वास्तव में एक क्रिप्टोकरेंसी या डिजिटल करेंसी है जिसका प्रयोग वर्चुअली किया जा सकता है। इसे आप दूसरों को ट्रांसफर कर सकते हैं, इसके जरिए किसी चीज की (जैसे Tesla Car या दूसरी वस्तुएं) खरीदारी की जा सकती है। या आप खुद भी इसे ले सकते हैं। इस तरह बिटकॉइन को एक वास्तविक करेंसी की तरह आम दुनिया में भी प्रयोग किया जा सकता है।
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में होती है प्रयोग
बिटकॉइन को ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में एक फाइनेंशियल इकोसिस्टम के रूप में प्रयोग किया जाता है। आमतौर पर जब फिएट या भौतिक करेंसी (जैसे रुपया, डॉलर आदि) की कीमत कम होने लगती है तब बिटकॉइन की कीमत में इजाफा होने लगता है।
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बिटकॉइन की कीमत क्या है?
जब सातोशी नाकामोतो ने पहली बार Bitcoin को लॉन्च किया गया था, तब इसकी कीमत काफी कम थी। आज एक बिटकॉइन की कीमत करीब 28.52 लाख रुपए है। यदि दुनिया की सभी मौजूदा करेंसीज से तुलना की जाए तो बिटकॉइन के सामने कोई नहीं टिक पाएगा। हालांकि जरूरी नहीं है कि आप एक बिटकॉइन ही खरीदें। अगर आपका क्रिप्टो ट्रेडिंग सर्विस प्रोवाइडर परमिशन देता है तो आप एक हजार रुपए चुका कर भी करेंसी खरीद सकते हैं।