Palm Payment System: अभी तक हम OR Code स्कैन कर पेमेंट कर सकते थे। लेकिन अब सिर्फ हथेली दिखाकर भी पेमेंट किया जा सकेगा। जी हां यह हैरान करने वाला जरूर है, लेकिन सच हैं। दरअसल, दुनिया के दो देश इस तरह की Technology पर न सिर्फ काम कर रहे है बल्कि इसका इस्तेमाल भी कर रहे है। इस तरह का कारनामा करने वाले देशों में अमेरिका और चीन, भारत से काफी गुना आगे निकल गए है। समझते है इस तकनीक के बारे में।
एक दौर था जब हम अधिकतर भुगतान के लिए कैश का इस्तेमाल करते थे। इसके बाद समय बदला और फिर डेबिट और क्रेडिट कार्ड्स का जमाना आ गया। इसके बाद एक बार फिर समय ने एक कदम और आगे बढ़ाया, फिर बाजार में गूगल पे, फोनपे और पेटीएम जैसे ऐप्स ने QR Code के जरिये पेमेंट के लेन-देन को नई दिशा दी। आज भारत इसी तकनीक पर काम कर रहा है, लेकिन अमेरिका और चीन हमसे इस मामले में दो कदम आगे निकल चुके है।
भारत से आगे निकले अमेरिका-चीन
जी हां अमेरिका और चीन के लोग पेमेंट के लिए कैश और क्रेडिट-डेबिट कार्ड का इस्तेमाल नहीं करते हैं, बल्कि वहां लोग सिर्फ अपनी हथेली दिखाकर पेमेंट कर रहे हैं। सुनने में यह मुमकिन नहीं लगता, लेकिन यह संभव हो रहा है। अमेरिका में अमेजन और चीन में Tencent कंपनी इस तकनीक का इस्तेमाल कर रही है। इस तरह के पेमेंट सिस्टम को Palm Payment System कहा गया है।
कैसे काम करती है यह टेक्नोलॉजी?
Palm Payment System Technology में व्यक्ति को अपनी हथेली का बायोमैट्रिक डेटा अपने बैंक अकाउंट और कार्ड डिटेल के साथ अमेजन और टेनसेंट जैसी कंपनियों के क्लाउड सर्वर पर अपलोड करवाना होता है। इसके पश्चात मशीन में लगा स्कैनर आपके हथेली के निशान और आपकी हथेली की नसों के स्ट्रक्चर को पढ़कर आपकी पहचान को प्रमाणित करता है। यह होने के बाद जो Bank Account हथेली से लिंक है, उससे पेमेंट किया जा सकता हैं।
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