Cyber Crime से लड़ने में अब भारत आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) की मदद लेगा। एआई की मदद से अब तक देश की सिक्योरिटी एजेंसियों ने महज 3 महीने में ही 400 साइबर क्रिमिनल्स को पकड़ लिया है। सबसे खास बात, ये सभी झारखंड के कुख्यात जामताड़ा क्षेत्र के हैं। इन्हें पकड़ने के लिए एजेंसियों ने एआई की मदद से एक पूरा जाल बुना था।
Artificial Intelligence ने यूं पकड़वाया अपराधियों को
साइबर क्रिमिनल्स को पकड़ने के लिए एजेंसियों ने पहले साइबर क्राइम के हॉट स्पॉट माने जाने वाले शहरों और क्षेत्रों में सभी सिम का डेटा लिया और उन्हें 7 मॉनिटरिंग सेंटर्स में सिक्योर किया। इसके बाद एआई का प्रयोग करते हुए इन सिम से होने वाली कॉल्स पर रियल लाइम निगाह रखी और उन्हें ट्रैक करते रहें।
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ट्रैकिंग के दौरान पुलिस को जैसे ही सबूत मिला, तुरंत साइबर क्रिमिनल्स को गिरफ्तार कर लिया गया। ये 7 सेंटर देश के अलग-अलग शहरों में बनाए गए थे और उनमें अलग-अलग जगहों के डेटा को ट्रैक किया गया था। ये 7 सेंटर मेवात, जामताड़ा, अहमदाबाद, हैदराबाद, चंडीगढ़, विशाखापट्टनम और गुवाहाटी में बनाए गए थे।
देश भर में 2.40 लाख स्टाफ को मिली Cyber Crime से लड़ने की ट्रेनिंग
देश में पिछले कुछ समय से Cyber Crime की संख्या अचानक ही बढ़ गई है। आंकड़ों के अनुसार अब तक करीब 10,00 करोड़ रुपए की ठगी हुई है जिनमें से एजेंसियां महज 1127 करोड़ रुपए की ठगी को ही रोक पाई है। अगर साइबर क्राइम की रिपोर्ट्स देखी जाए तो नेशनल साइबर रिपोर्टिंग पोर्टल पर 31 लाख से भी अधिक शिकायतें दर्ज करवाई जा चुकी हैं।
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ऐसे में सरकार ने Cyber Crime और ऑनलाइन फ्रॉड रोकने के लिए कड़ी तैयारियां की है। इंडियन साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर – आई 4 सी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि देश भर में करीब 2.40 लाख स्टाफ को साइबर क्राइम से लड़ने और सिम ट्रैक करने की ट्रेनिंग दी गई थी।