Ram Mandir Ayodhya: अयोध्या में अपराधियों की No Entry, AI की मदद ले रही सरकार

Digital Desk
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राम नगरी अयोध्या (Ram Mandir Ayodhya) में आज रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उत्सव मनाया जा रहा है। राम लला की प्राण प्रतिष्ठा पूरी हो चुकी है। भगवान श्रीराम की मनमोहक प्रतिमा की दिव्य छवि को देखकर संपूर्ण विश्व अभिभूत हो रहा है। अयोध्या पहुंच रही लाखों की भीड़ में अपराधियों की एंट्री रोकने के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने तकनीक का सहारा लिया है। दरअसल अयोध्या में उमड़ रही भारी भीड़ में अपराधियों के होने की भी आशंका जताई जा सकती है। ऐसे में किसी भी तरह की अनहोनी को रोकने के लिए सरकार ने एआई आधारित सुरक्षा प्रणाली को लागू किया है। मुजरिमों की अयोध्या में एंट्री पुलिस का कोई जवान नहीं बल्कि AI based security system रोकेगी। प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर कोई अनहोनी नहीं घटे, इसके लिए सुरक्षा एजेंसियों ने एक आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस एजेंसी Staqu Technologies से हाथ मिलाया है। यह एजेंसी पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के साथ मिलकर राम मंदिर परिसर में अपराधियों के प्रवेश को रोकने का काम करेगी।

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भीड़ में से अपराधी कैसे पहचान लेगा ये सिस्टम?

इस काम को अंजाम देने वाली कंपनी Staqu Technologies के को-फाउंडर एवं सीईओ अतुल राय बताते हैं कि अयोध्या में चप्पे-चप्पे पर CCTV कैमरे लगे हुए हैं। इन कैमरों से प्राप्त तस्वीरों का एनालिसिस एआई इंटीग्रेटेड सर्विलांस सिस्टम (AI-integrated surveillance) द्वारा किया जायेगा। इसके लिए JARVIS के ऑडियो एवं वीडियो एनालिटिक्स सॉफ्टवेयर की मदद ली जाएगी। इसमें देश भर के लगभग 8 लाख अपराधियों का डाटाबेस डाला गया है। जैसे ही सीसीटीवी कैमरे को भीड़ में वो अपराधी नज़र आएगा, यह सॉफ्टवेयर तुरंत अलर्ट कर देगा। यह सब काम पलक झपकते हो जायेगा, और अपराधी को भागने का मौका भी नहीं मिल पायेगा। खास बात यह है कि इस सिस्टम का अलर्ट भी रियल टाइम मिलेगा।

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चेहरा कैसे पकड़ लेगी यह तकनीक?

अब तक फोटो से तो फेस डिटेक्ट हो जाया करता था, लेकिन जार्विस सिस्टम रिवर्स फेशियल रिकॉगनिशन (Reverse Facial Recognition) को लेकर काम करेगा। लाइव कैमरे से जैसे ही किसी महिला या पुरूष अपराधी का फोटो मिलेगा, उसकी जांच पड़ताल महज कुछ सेकेंड में होकर नतीजा सामने आ जायेगा। यानी अपराधी भीड़ में पहुंचा तो फौरन पुलिस को संदेश मिल जायेगा। इस सुरक्षा प्रणाली की एक्यूरेसी रेट 99.7 फीसदी है। यानी गलती होने के चांस न के बराबर है। तो अगर आप भी रामलला के दर्शन करने जा रहे हैं तो नो टेंशन होकर जाए। क्योंकि प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या की सुरक्षा फिलहाल कलयुगी जटायु यानी जार्विस सिस्टम के हाथों में है। तकनीक का सही इस्तेमाल कैसे किया जा सकता है यह इस सुरक्षा प्रणाली से सीख सकते हैं।

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