पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण इन दिनों Electric Vehicles का क्रेज काफी ज्यादा बढ़ रहा है। हालांकि इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (खास तौर पर Electric Car) भी कई तरह के आते हैं जिन्हें अलग-अलग कैटेगरीज में बांटा गया है। जानिए इनके बारे में
3 तरह के होते हैं Electric Vehicles
Battery Electric Vehicle (BEV)
इन दिनों इलेक्ट्रिक व्हीकल से सीधा अर्थ उन वाहनों से लगाया जाता है जो बैटरीसे चलते हैं। एक बार बैटरी फुल चार्ज होने पर इन्हें करीब 250 से 600 किलोमीटर तक चलाया जा सकता है। इस तरह की गाड़ी बनाने वाली कंपनियों में Tesla, Audi, MG सहित कई बड़े नाम भी शामिल हैं।
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Hybrid Electric Vehicle (HEV)
दूसरी तरह के इलेक्ट्रिक व्हीकल वो होते हैं जिनमें बैटरी और इलेक्ट्रिक मोटर के साथ पेट्रोल इंजन भी साथ आता है। इन कारों को इस तरह डिजाईन किया जाता है कि जैसे-जैसे कार चलती रहती है, बैटरी भी अपने आप चार्ज होती रहती है। फिलहाल Kia, Toyota जैसी कंपनियां इस तरह के व्हीकल्स बना रही हैं।
Plug-in Hybrid Electric Vehicle (PHEV)
ये इलेक्ट्रिक व्हीकल भी हाईब्रिड वाहनों के समान ही होते हैं लेकिन इनमें बैटरी इतनी ज्यादा बड़ी होती है कि Electric Vehicles को 40 से 100 किलोमीटर तक चलाया जा सकता है। हालांकि इन बैटरियों को अलग से चार्ज करना पड़ता है। फिलहाल BMW, Ford और Mitsubishi जैसी कंपनियां इस तरह की कारें बना रही हैं।