हिंदू मंदिरों के निर्माण की 3 शैलियां प्रसिद्ध हैं।

इन्हें नागर, द्रविड और वैसर शैली कहा जाता है।

सभी शैलियों में गर्भगृह लगभग समान रहता है।

परन्तु बाकी पूरा मंदिर की संरचना बदल जाती है।

यहां तक की गर्भगृह के ऊपर का शिखर भी बदलता है।

नागर शैली उत्तर भारत में प्रचलित है।

द्रविड शैली का उपयोग दक्षिण भारत में होता है।

वैसर शैली, द्रविड और नागर का मिश्रण है।

हिंदू मंदिरों में पंचतत्वों का संतुलन बनाया जाता है।

यही वजह है कि वहां पर मन को शांति प्राप्त होती है।