भारत में खाटू श्याम जी के कई मंदिर है.

सबसे लोकप्रिय मंदिर राजस्थान के सीकर में स्थित है.

खाटू श्याम को 'हारे का सहारा' भी कहा जाता है.

खाटू श्याम को श्री कृष्ण का कलयुग का अवतार कहा जाता है.

महाभारत काल में खाटू श्याम बर्बरीक नाम से जाने जाते थे.

बताया जाता है कि वे भीम के पौत्र थे.

खाटू श्याम का जन्म कार्तिक शुक्ल की देवउठनी एकादशी को हुआ था.

खाटू श्याम का अर्थ है ‘मां सैव्यम पराजित:’.

श्री कृष्ण को शीश दान में देने के कारण उन्हें शीश दानी भी कहते हैं.

सीकर के खाटू श्याम मंदिर में हर साल ग्यारस मेला लगता है.