Anil Ambani कभी दुनिया के छठे सबसे बड़े अमीर व्यक्ति हुआ करते थे लेकिन अब उनकी कंपनी Big FM बिक रही है। बिग एफएम के लिए रिलायंस ब्रॉडकास्ट नेटवर्क 2 बोलियां मिली हैं। ऐसा कंपनी दिवालियापन की कार्यवाही में हो रहा है। इसके अब भुगतान के लिए दोनों बोलीदाताओं के साथ चर्चा शुरू हो गई है। आपको बता दें कि बिग एफएम का स्वामित्व रिलायंस ब्रॉडकास्ट नेटवर्क लिमिटेड कंपनी के पास है। यह कंपनी देश का सबसे बड़ा रेडियो नेटवर्क है।
दिवालिया हुई Anil Ambani की Big FM
आपको बता दें कि अनिल अंबानी की बिग एफएम के लिए सैफायर एफएम और रेडियो मिर्ची की तरफ से 251 करोड़ रुपये की 2 बोलियां मिली हैं। अब इन दोनों ही बोली दाताओं ने 30 दिनों के अंदर पेमेंट करने की पेशकश की है। खबर है कि बिग एफएम दिवाला हो चुकी है। इसके साथ ही कंपनी के खातों में पड़े 60 करोड़ रुपये भी ऋणदाताओं को मिलेंगे। माना जा रहा है खरीददारों को 578 करोड़ के कुल स्वीकृत दावों की तुलना में 55-60 प्रतिशत तक कुल वसूली हो सकती है।
भारत का सबसे बड़ा नेटवर्क Anil Ambani की Big FM
गौरतलब है कि Big FM का मालिकाना हक स्वामित्व रिलायंस ब्रॉडकास्ट नेटवर्क लिमिटेड के पास है। यह 58 स्टेशनों के साथ भारत का सबसे बड़ा रेडियो नेटवर्क है। इसकी देश के 1,200 से ज्यादा शहरों और 50,000 से अधिक गांवों तक पहुंच है। आरबीएनएल 175 करोड़ रुपए का कर्ज चुकाने में विफल रही है ऐसा एलएंडटी इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट लिमिटेड की ओर से आईडीबीआई ट्रस्टीशिप सर्विसेज द्वारा दायर दिवाला आवेदन के अनुसार बताया गया है।
आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे Big FM के मालिक Anil Ambani
आपको बता दें कि Big FM के लिए जिन लैंडर्स ने दावे किए हैं उनमें इंडसइंड बैंक (172 करोड़ रुपये), HSBC एसेट मैनेजमेंट (238 करोड़ रुपये), फ्रैंकलिन टेम्पलटन FM (103 करोड़ रुपये) और रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस (64 करोड़ रुपये) शामिल हैं। IDBI ट्रस्टी सर्विसेज एलएंडटी इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट सर्विसेज के लिए ट्रस्टी थी। वहीं, रिलायंस कैपिटल RBNL के लिए गारंटर कंपनी थी। आपको बता दें कि अनिल अंबानी इस समय आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं।
दुनिया के छठे अमीर थे Big FM के मालिक Anil Ambani
एक समय ऐसा भी था जब अनिल अंबानी दुनिया के छठे सबसे अमीर उद्योगपति हुआ करते थे। परंतु आज उनके हालत ऐसे हो चुके हैं कि वो दिवालिया हो चुके हैं। बैंकों के भारी लोन के नीचे दबे अनिल अंबानी करीब 49 बार डिफॉल्टर घोषित हो चुके हैं।