भारत की इरूला जनजाति के लोग सांपों से खेलते हैं। 

इस जनजाति के लोग सर्वाधिक तमिलनाडु में रहते है। 

ये लोग सांप का जहर निकालने का डेंजर काम करते है। 

इन्हें इंसान या मानवता का रक्षक कहना सही होगा। 

इसी जहर से देश के वैज्ञानिक 'पाउडर' तैयार करते है। 

यही पाउडर दवा कंपनियां वैज्ञानिकों से खरीद लेती है। 

यह सांप काटने से बचाव का टीका बनाने में काम आता है। 

इरूला जनजाति के लोग जंगल में निवास करते है, यही घर है। 

पहले ये सांपो को मरकर उनकी खाल बेच पैसा कमाते थे। 

प्रतिबन्ध के बाद सरकार ने इन्हें सांप का जहर निकालने का काम सौंपा।